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Thursday, April 2, 2020


कभी-कभी खुद से मुलाकात भी जरूरी है ,

तेरे बिना  , तनहा सा हूँ  मैं , 

आइना हूँ मैं तेरा 

माना कि , सजने सवरने  का शौक ना हो तुझे 

कहीं यूँ ना हो , एक अरसे

बाद आना हो तेरा ,

तेरे इंतजार में,  मैं धूल में सना मिलूंगा 

बस इतना करना,

धूल को छान कर देखना

तू वहीं ठहरा मिलेंगा


कभी-कभी खुद से मुलाकात भी जरूरी है

तेरे बिना तनहा सा हूँ मैं  ,

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