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Saturday, August 20, 2011

क्या करे ...



भारत आज हर शेस्त्र में विकास की रहा में आगे बढ रहा है नई बुलंदियों को छूता भारत आज भ्रष्टाचार के पायेदान में भी शीर्ष स्थान पर विराजमान है ,जो दुर्भाग्येपूर्ण हैं ...
एक से बढ कर एक घोटाले सामने आये वो भी कम समय के अन्तराल पर ...,टू-जी -स्पेक्ट्रम में ए -राजा को दोषी पाया गया  , वही राष्टमंडल खेलो का शेरा भी शर्मशार  होने से नही बचा कलमाड़ी के खिलाफ भ्रष्टाचार
के आरोप ने उन्हें जेल की हवा खिलवा दी , वही करूणानिधि  की बेटी कनिमोझी भी जेल में पहुच गई ...,
करोड़ा का काला धन स्विज बैंक में विदेशो में जमा है ...,जिसके भारत लाने के प्रयास भी विफल होते जा रहे हैं ..,आज सारी संस्थाएं भ्रष्टाचार में लिप्त होती जा रही हैं ..., मतदान के अधिकार का भी सही प्रयोग नही हो पा रहा है ...,लोकसेवा  के अधिकारी लोकसेवा ना कर के परिवार सेवा कर रहे है ...,
न्यायपालिका  के न्यायाधिश भी भ्रष्टाचार के दोषारोपण से बच ना सके ...,कौन संभालेगा लोकतंत्र को जब सम्भालने वाले ही संभल ना पायें ...,
राष्टपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने भी स्वन्त्र्तादिवस पर राष्ट्र  को संबोधित करते हुए अपने भाषण में भ्रष्टाचार को देश के लिये कैंसर के समान बताया है जिसे ख़त्म  करना बेहद जरुरी है आम आदमी के लिये जीवन यापन मुश्किल हो चला है उसे एक नेतर्त्व की जरुरत है जो अन्ना हजारे में लोग तलाश रहे हैं उनकी मुहिम में सहियोग  दे रहे हैं ....,किन्तु राजनीती की भेट चढ़ा बाबा रामदेव का आन्दोलन ...जिस प्रकार से कुचला गया वह भी लोकतंत्र पर चोट के समान था ..., अन्ना को भी अनशन करने से रोकने के किये गए प्रयास भी दुर्भाग्येपूर्ण हैं ...,
२०० वर्षो तक गुलामी की बेड़ियों में जकड़ी भारत माता को आजाद कराने में कई देशभक्तों , राजनेताओ  और वीर शहीदों की क़ुरबानी का लहू बाहा था ...आज फिर से देशभक्ति  के गीतों की गुंजो की  और देशभक्ति भावना की जरुरत है बल पर विदेशियों को भारत से खदेड़ दिया था ....
किन्तु आज विदेशी नहीं देशी ही हैं अपने ही हैं जो देश को लुटने में लगे हैं जिसको लेकर एक आन्दोलन की जरुरत है ....,जो गाँधी वादी प्रयासों से मिलेगा ..जिसके पदचिन्हों पर अन्ना हजारे चल रहे हैं ..सभी अन्ना में गाँधी का अक्श देखने लगे हैं ...अन्ना ने आम आदमी की समस्या को उठाया  है ...सब की आवाज़ बन कर .


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2 comments:

  1. पोस्‍ट की विषयवस्‍तु तो बेहतर है पर ठीक से पोस्‍ट नहीं किया गया है। गुजारिश ह‍ै कि इसे फिर से प्रकाशित करें और फांट का आकार कम कर पोस्‍ट करें।
    अभी पोस्‍ट को पढते नहीं बन रहा है।

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  2. सही कहा है आपने रीना जी आज लोग अन्ना में सही नेतृत्व की तलाश कर रहे हैं .बहुत सार्थक आलेख.रीना जी आपके आलेख बहुत दिनों के अन्तराल पर आते हैं थोडा जल्दी प्रस्तुत किया कीजिये.आपको कृष्ण जन्माष्टमी की बहुत बहुत शुभकामनायें

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