हम किसको अपना कहे ,
जिसको अपना कहा ,
वो ही साथ छोड़ चला ,
...
डर जाते हैं अब हम ,
सहम जाता है दिल ,
जबही अब कोई दस्तक देता है ,
डर तो लगता हैं ,
अब तनहिया भी कही ,
साथ ना छोड़ जाये ,
जिसको अपना कहा ,
वो ही साथ छोड़ चला ,
...
डर जाते हैं अब हम ,
सहम जाता है दिल ,
जबही अब कोई दस्तक देता है ,
डर तो लगता हैं ,
अब तनहिया भी कही ,
साथ ना छोड़ जाये ,
वाह क्या शायराना अंदाज हैं आपके।
ReplyDeleteदो लाईनें हम भी कह देते हैं,
'नाज करती थी कभी जिनकी वफा पर दुनिया
आजकल वो भी बदलने लगे हैं'