reenakari
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Thursday, March 10, 2011
वो भी कही से आती नही
किसी की रातो में सितारे भी ग़ज़ल गुनगुनाते हैं ,
तो किसी की रातो में खमोशी सी भी पसरी है ,
एक आहट को तरसे हैं ,वो भी कही से आती नही ,
2 comments:
Patali-The-Village
March 12, 2011 at 1:27 AM
बहुत सुन्दर रचना| धन्यवाद|
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डॉ. मोनिका शर्मा
March 25, 2011 at 9:09 AM
बेहतरीन भावाभिव्यक्ति..... बहुत सुंदर
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बहुत सुन्दर रचना| धन्यवाद|
ReplyDeleteबेहतरीन भावाभिव्यक्ति..... बहुत सुंदर
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