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Wednesday, September 21, 2011

बदलाव



वक़त के बदलने पर कभी बदलता है कुछ
कभी कुछ बदलने पर वक़्त बदलता है
वक़त हो या कुछ हो पर
एक दिन सब बदलता है ..
कुछ भी स्थिर नही पाता मैं 
जहाँ भी जाऊ कुछ बदला पाता हूँ मैं
कुछ छोड़ कर जाऊ किसी आसं में मैं
जब  लोट  आने पर  बदला पाता हूँ मैं
निराश सा दिल मेरा कल  जैसा  कुछ चाहता
जो लोट कर ना आ पाए उसकी आस में मैं भी कभी बदल जाता हूँ
ऐसा देख कभी खुश तो कभी मायूस होता हूँ
पर जो तय होता है वो बस बदल जाना ही है ....जो  मुझे मिले वो बदलाव है जो तुम्हे मिले वो बदलाव है
कभी खुशनुमा कभी मायूस पर जो भी हो बदलाव है

3 comments:

  1. समय बडा बलवान होता है............
    गहरे भाव।
    अच्‍छी रचना।

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  2. बहुत ही सुंदर .....प्रभावित करती बेहतरीन पंक्तियाँ ....

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