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Thursday, May 29, 2025

Safar

 सफ़र

आँखों में, साँसों में,

दिल में, धड़कन में,

कहीं भी बस रख ले मुझको.

जैसा भी हो, वैसा हो, बस चलने दे मुझको.

रुकना पसंद नहीं मुझको,

सफ़र कैसा भी हो, बस चलने दे मुझको.

लगे तुझे गर, तो चल साथ,

मैंने कहा ना, रुकना पसंद नहीं मुझको,

मैं निकल जाऊँगा.

आँखों में, साँसों में, दिल में, धड़कन में,

कहीं बस रख ले मुझको.

मैं निकल जाऊँगा,

मैंने कहा ना, रुकना पसंद नहीं मुझको.

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