संगर्ष सी जिंदगी ,
एक पल में बदलती ,
कभी बादल जो बरसतें रहे ,
कभी रेगिस्तान जो तरसता रहे ,
कभी पानी की बूंद बने ,
...कभी सागर का रूप धरे ,
क्या पहेचान होगी ,
संगर्ष सी जिंदगी ,
बस हेरान सी ,
गुज़र रही है अनजान सी ,
संगर्ष सी जिंदगी ,
समेटे खवाबो को ,
कभी नदिया सी बहेती,
कभी झील सी जिंदगी ,
संगर्ष सी जिंदगी ,
एक पल में बदलती ,
कभी बादल जो बरसतें रहे ,
कभी रेगिस्तान जो तरसता रहे ,
कभी पानी की बूंद बने ,
...कभी सागर का रूप धरे ,
क्या पहेचान होगी ,
संगर्ष सी जिंदगी ,
बस हेरान सी ,
गुज़र रही है अनजान सी ,
संगर्ष सी जिंदगी ,
समेटे खवाबो को ,
कभी नदिया सी बहेती,
कभी झील सी जिंदगी ,
संगर्ष सी जिंदगी ,
अच्छे भाव पर व्याकरण की गल्तियों ने कबाडा कर दिया। जरा व्याकरण और शब्दों पर ध्यान दें तो ठीक रहेगा।
ReplyDeletethanx sir ge abhi naye khiladi hain tayping prob.hai...tapying karte nanni yaad aajati hai
ReplyDelete